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| नीरज अग्रवाल |
जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में नए शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ हो चुका है| गत 8 अगस्त को ओरिएंटेशन कार्यक्रम के द्वारा नवगत विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय, उसकी उपलब्धियों और लक्ष्य से रूबरू करवाया गया| ‘‘रिवायतों की सफें तोड़कर बढ़ो वरना-जो तुमसे आगे हैं वो रास्ता
नहीं देंगे...’’ के साथ विश्वविद्यालय के कोषाध्यक्ष नीरज अग्रवाल ने अपने चिर-परिचित अंदाज में
विद्यार्थियों का
मार्गदर्शन किया|
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| प्रो. दुर्ग सिंह चौहान |
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दुर्ग सिंह चौहान ने कहा, ‘‘विद्या का मूल्य
उद्देश्य ज्ञान के सहित अपने आचरण को भी उत्कर्ष बना है। इसलिए छात्रों को
अपने आचरण को इतना श्रेष्ठ बनाना चाहिए कि लोग उनका अनुकरण करें।’’
कुलसचिव ए. के. सिंह ने कहा, ‘‘जीवन में सफलता के लिए न केवल तीव्र बुद्धि
की आवश्यकता होती है, बल्कि अनुशासन सफलता का दूसरा नाम है। जीएलए को एक
अनुशासित विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाता है|
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| अनीसिया शर्मा |
इसके साथ ही विभिन्न विभागों में भी विद्यार्थियों को विभाग, परीक्षा प्रणाली, अनुशासन नियम, संबंधी विभिन्न ज़रूरी जानकारियाँ दिया जाना प्रारंभ कर दिया गया| एमबीए विभाग में विद्यार्थियों के ज्ञानवर्धन हेतु अतिथि व्याख्यान आयोजित करवाए जा रहे हैं| इसके साथ ही ग्रुप डिस्कशन, इंटरव्यू, एप्टीट्यूड टेस्ट आदि के माध्यम से भी विद्यार्थियों को "कॉर्पोरेट जगत" में प्रवेश करने के लिए जरुरी बातों का ज्ञान दिया जा रहा है| एमबीए विभागाध्यक्ष प्रो. विकास त्रिपाठी का कहना है कि समय और कॉर्पोरेट जगत की माँग के अनुसार गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान कर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु वे प्रतिबद्ध हैं| 


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