लापता AN32 बना पहेली- ढूँढने में अमेरिका से माँगी मदद
भारतीय
वायुसेना के लापता एएन32 विमान का एक हफ्ते बाद भी कोई संकेत नहीं मिलने
के बीच रक्षा मंत्री
मनोहर पर्रिकर ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने लापता विमान
का पता लगाने के लिए अमेरिका से मदद मांगी है| अमेरिकी
रक्षा बलों से इस बात की मदद मांगी जा रही है कि क्या उनके उपग्रहों ने 22
जुलाई को कुछ सिग्नल पकड़े थे| 22 जुलाई को ही 29 लोगों को ले जा रहा यह
विमान लापता हुआ था| उन्होंने
कहा कि हमारे उपग्रहों के चित्रों के अलावा हमने अमेरिका से उनके चित्रों
के लिए कहा है, ताकि अंतरिक्ष में स्थित उपग्रहों की आपात फ्रीक्वेंसी का
पता चल सके| अन्य देशों से भी हम कह चुके हैं| हमें उम्मीद है कि हमारे
प्रयास सफल होंगे|
लापता विमान को खोजने के लिए अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन चलाया जा रहा है|
विमान को नेवी और कोस्टगार्ड के 18 जहाजों से तलाशा जा रहा है| 16 टोही
विमान और एक पनडुब्बी भी इसमें जुटी है तो सैटेलाइट की मदद भी ली जा रही
है| एक सवाल जो सभी को परेशान कर रहा है वह यह है कि विमान के पायलट, को-पायलट और नेवीगेटर ने
इमरजेंसी बटन क्यों नहीं दबाया| आमतौर पर विमान में तकनीकी या कोई दूसरी
खराबी आने पर इमरजेंसी बटन का इस्तेमाल किया जाता है जिससे सभी एटीसी और
रडार सिस्टम एक्टिव हो जाते हैं|
गौरतलब है कि विमान ने 22 जुलाई की सुबह 8.30 बजे चेन्नई के तांबरम एयरपोर्ट से पोर्ट ब्लेयर के
लिए उड़ान भरी थी लेकिन 16 मिनट बाद ही सुबह 8 बजकर 46 मिनट पर विमान का
संपर्क टूट गया| तब विमान 23 हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ रहा था|
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