खनन माफिया ने आज सुबह सिपाही को ट्रैक्टर से नीचे गिराकर कुचल दिया और भाग निकला। गंभीर घायल सिपाही ने आगरा में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
खनन माफिया ने आज सुबह सिपाही को ट्रैक्टर से नीचे गिराकर कुचल दिया और भाग निकला। गंभीर घायल सिपाही ने आगरा में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। डीजीपी जावीद अहमद ने अस्पताल पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की और हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। एसओ को निलंबित कर दिया गया है।
नारखी थाने की यूपी 100 गाड़ी के चालक वेदराम, सिपाही रूप बंसत तथा रवि कुमार रावत सुबह साढ़े चार बजे बैंदी पुलिया से नगला बीच मार्ग पर स्थित गढ़ी पुरानी गांव के पास खड़े थे। इस दौरान बालू से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोकने का इशारा किया, मगर चालक ने स्पीड बढ़ा दी। इस पर हाथरस निवासी सिपाही रवि रावत ने दौड़कर ट्रैक्टर चालक को दबोचने का प्रयास किया, मगर उसने धक्का देकर गिरा दिया और ट्रैक्टर चढ़ा दिया। रवि के पेट पर ट्रैक्टर का पहिया उतर गया।
इसके बाद ट्रैक्टर छोड़ चालक भाग निकला। रवि को आगरा में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान दोपहर बाद उसकी मौत हो गई। 2011 में पुलिस में भर्ती हुए रवि हाथरस के गांव नगला ओझा के रहने वाले थे। पुलिस वाहन के चालक वेदराम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बकौल एसएसपी अजय कुमार पांडे जांच में पता चला है कि बालू बसई मुहम्मदपुर थाना के गांव नादन से लाया जा रहा था। इस पर एसओ सुजात हुसैन को निलंबित कर एसपी ग्रामीण को जांच सौंपी गई है। आरोपी का पता लगाया जा रहा है। उधर, समीक्षा के लिए यहां पहुंचे डीजीपी जावीद अहमद भी अस्पताल पहुंचे और सिपाही के परिजनों को न्याय का भरोसा दिया।
बाल-बाल बचे पुलिसकर्मी
मथुरा सुरीर क्षेत्र में शुक्रवार देर रात अवैध खनन कर बालू ले जा रहा माफिया सामने पुलिस को देख चलता ट्रैक्टर छोड़ भाग निकला। अनियंत्रित ट्रैक्टर पुलिस जीप से टकरा गया और इसमें बैठे सुरीर थाने के उपनिरीक्षक व दो सिपाही बाल-बाल बचे। घटना यमुना एक्सप्रेस के औहावा अंडरपास पुल के पास रात 11 बजे हुई। पुलिस ने ट्रैक्टर जब्त कर खनन माफिया के गुर्गे की तलाश कर रही है।
प्रतापगढ़ में सिपाही की हत्या
हिस्ट्रीशीट खोलने के लिए बदमाश के परिवार की जानकारी लेने गए रानीगंज थाने के सिपाही राजकुमार सिंह को बुढौरा गांव में बदमाश ने गोली मार दी। जिला अस्पताल ले जाए जाते समय सिपाही ने दम तोड़ दिया। इस दुस्साहसिक वारदात से महकमे में खलबली मच गई। हत्यारोपी अभी तक गिरफ्त से बाहर है।
संत रविदास नगर (भदोही) जिले मेंसुरियावां थानाक्षेत्र के इकौनी गांव निवासी राजकुमार सिंह (52) पुत्र शीतला प्रसाद सिंह को जनवरी में रानीगंज थाने में तैनाती मिली थी। शनिवार दोपहर लगभग दो बजे वह साथी सिपाही राजेंद्र प्रसाद के साथ क्षेत्र के बुढौरा गांव गया। इसी गांव में रहने वाले इरशाद अली की हिस्ट्रीशीट खुलनी थी। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
डोजियर बनाने के लिए इरशाद के घर का नक्शा, परिवार के विवरण की जरूरत थी। इरशाद उस समय घर पर नहीं था। सिपाहियों ने उसकी पत्नी व मां से पूछताछ की। दोनों जब परिवार वालों की फोटो ले रहे थे, तभी इरशाद अपने दो साथियों के साथ पहुंच गया। पहले सिपाहियों से उसकी कहा सुनी हुई, फिर वह उनसे भिड़ गया। मारपीट के दौरान इरशाद ने पिस्टल निकाल कर राजकुमार के सीने में दो गोलियां उतार दी। राजकुमार की बाइक को भी तोड़ डाला गया। साथ गया सिपाही राजेंद्र जान बचाकर भाग निकला। गोली मारने के बाद इरशाद फरार हो गया।
इरशाद के जाने के बाद राजेंद्र ने लौट कर घायल राजकुमार को उठाया और एसओ शुभ नारायण को घटनाक्रम की जानकारी दी। साथ ही एंबुलेंस बुलवाकर राजकुमार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रानीगंज ले गया। वहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इतना होने तक एसपी रोहन पी कनय फोर्स के साथ गांव पहुंच गए। कुछ देर में आइजी केएस प्रताप कुमार, डीआइजी विजय यादव भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों का कहना है कि इरशाद को पकडऩे के लिए दबिश दी जा रही है।
(खबर- दैनिक जागरण)
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