केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने ताज नगरी आगरा में
पर्टयकों के लिए एक बुकलेट जारी की है, जिसमें शहर घूमने आने पर 'क्या
करें-क्या न करें' की सलाह दी गई है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने इस मामले
में एक अजीबो गरीब बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि भारत आने वालीं विदेशी
महिला पर्यटक स्कर्ट या अन्य छोटे कपड़े नहीं पहनें तथा उन्हें रात में
अकेले बाहर निकलने से बचना चाहिए। उन्होंने इसके पीछे इन पर्यटकों की
सुरक्षा को वजह बताया है।
दरअसल, रविवार को आगरा आए केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने विभाग द्वारा पर्यटकों के लिए एक 'क्या करें क्या न करें' गाइडलाइन्स जारी किए, जिनके अनुसार महिला पर्यटकों को देर शाम घुमने जाने पर स्कर्ट न पहनने की हिदायत दी गई है। हालांकि कुछ देर में ही मंत्री जी अपनी बात से मुकरते हुए बोले- 'भारत मंदिरों का देश है, यहां वैसी ही वेशभूषा पहनेें'। जब केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को लगा कि उनके बयान और इस बुकलेट पर विवाद हो सकता है तो उन्होंने कहा कि कपड़ों को लेकर उन्होंने किसी तरह के दिशानिर्देश जारी नहीं किए हैं।
शर्मा ने आगे यह भी कहा कि विदेशी जब मथुरा और वृंदावन जाएं तो भारतीय संस्कृति की संवेदनशीलता का ख्याल रखें। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें क्या पहनना चाहिए और क्या नहीं, इस बारे में हमने कोई स्पष्ट दिशा निर्देश जारी नहीं किया है। हम किसी की तहजीब को बदलने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। भारतीय संस्कृति पश्चिमी संस्कृति से अलग है। बता दें कि पिछले साल भी केन्द्रीय मंत्री ऐसी ही सलाह दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि लड़कियों का रात को घर से बाहर निकलना कहीं और सही हो सकता है लेकिन यह भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं है।
दरअसल, रविवार को आगरा आए केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने विभाग द्वारा पर्यटकों के लिए एक 'क्या करें क्या न करें' गाइडलाइन्स जारी किए, जिनके अनुसार महिला पर्यटकों को देर शाम घुमने जाने पर स्कर्ट न पहनने की हिदायत दी गई है। हालांकि कुछ देर में ही मंत्री जी अपनी बात से मुकरते हुए बोले- 'भारत मंदिरों का देश है, यहां वैसी ही वेशभूषा पहनेें'। जब केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को लगा कि उनके बयान और इस बुकलेट पर विवाद हो सकता है तो उन्होंने कहा कि कपड़ों को लेकर उन्होंने किसी तरह के दिशानिर्देश जारी नहीं किए हैं।
शर्मा ने आगे यह भी कहा कि विदेशी जब मथुरा और वृंदावन जाएं तो भारतीय संस्कृति की संवेदनशीलता का ख्याल रखें। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें क्या पहनना चाहिए और क्या नहीं, इस बारे में हमने कोई स्पष्ट दिशा निर्देश जारी नहीं किया है। हम किसी की तहजीब को बदलने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। भारतीय संस्कृति पश्चिमी संस्कृति से अलग है। बता दें कि पिछले साल भी केन्द्रीय मंत्री ऐसी ही सलाह दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि लड़कियों का रात को घर से बाहर निकलना कहीं और सही हो सकता है लेकिन यह भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं है।
भारत आने वाले विदेशी महिला पर्यटकों को स्कर्ट न पहनने का सुझाव देने
वाले केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वह
सिर्फ धार्मिक स्थानों की बात कर रहे थे और ऐसा उन्होंने ‘चिंता’ की वजह
से कहा। सोमवार को रिपोर्टर्स से बात करते हुए उन्होंने कहा, ”मैं दो
बेटियों का पिता हूं। मैं कभी किसी महिला को यह नहीं बताऊंगा कि वे क्या
पहनें और क्या नहीं। अतिथि देवो भव हमारी संस्कृति है। इस तरह का
प्रतिबंध कल्पना से परे है, लेकिन सावधान रहना कोई अपराध नहीं है।
विभिन्न देश समय-समय पर एडवायजरी जारी करते हैं, लेकिन मैंने कभी नहीं कहा
कि मैं किसी का पहनावा बदलने जा रहा हूं।” डॉ. शर्मा के बयान पर कांग्रेस
नेता मनीष तिवारी ने चुटकी लेते हुए कहा था कि अगर शर्मा का बस चले तो भारत
में सभी महिलाएं सिर्फ ‘बुर्का’ पहनें नजर आएं।
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