जिस बेटे को गोद में खिलाया जब उसी की अर्थी को कंधा दिया हो तो एक माँ को कैसा लगेगा? लेकिन 80 साल की एक माँ धर्मो देवी ने देश के लिए शहीद होने वाले अपने बेटे की अर्थी को कंधा दिया| नौगांव में मंगलवार
को पाकिस्तानी आतंकियों से मुकाबला करते सेना की 20 डोगरा यूनिट के हवलदार
मदन लाल शर्मा शहीद हो गए थे। शहीद मदन लाल शर्मा (40) का पठानकोट के गांव
घरोटा के रहने वाले थे। गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान
के साथ किया गया।
शहीद की 80 मां
धर्मों देवी की करुणामयी सिसकियां और शहीद की पत्नी भावना शर्मा की
चीत्कारें पत्थरों का कलेजा भी छलनी कर रही थीं। वहीं गुमसुम शहीद की पांच
वर्षीय बेटी श्वेता और ढाई वर्ष का बेटा कन्नव इस भीड़ में अपने पिता को
तलाश रहे थे।
तिरंगे
में लिपटी हुई शहीद की पार्थिव देह गांव पहुंची तो वहां पर मौजूद हजारों की
संख्या में लोगों की आंखें नम हो गई और पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा फूट
पड़ा। हाथों में तिरंगा पकड़े लोगों के पाकिस्तान मुर्दाबाद और भारतीय सेना
जिंदाबाद व शहीद मदन लाल अमर रहे के नारों से गूंज उठा।
0 comments:
Post a Comment