यूपी के सबसे बड़े समाजवादी परिवार में मची कलह को थामने
की जिम्मेदारी अब सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने संभाली है। मीडिया ख़बरों के अनुसार- लखनऊ में
पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा है कि
पार्टी और परिवार में कोई मतभेद नहीं है। साथ ही उन्होंने जोर देते हुए कहा
है कि मेरे रहते पार्टी में फूट नहीं हो सकती है।
अखिलेश-शिवपाल के बीच उपजे सियासी मतभेदों पर बोलते हुए उन्होंने कहा है कि
चाहे अखिलेश हो, चाहे शिवपाल हो या फिर चाहे रामगोपाल किसी का कोई मतभेद
नही है। इतना बड़ा परिवार है कुछ न कुछ हो जाता है। परिवार में तो मतभेद हो
जाते हैं, लेकिन समाजवादी परिवार हमारा है। यहां मतभेद की कोई गुंजाइश ही
नही हैं।
हंगामा करने वाले कार्यकर्ताओं को डांटते हुए मुलायम ने कहा कि इतने साल
मेहनत करके आए हैं, सीएम रहे, रक्षा मंत्री रहे, बस प्रधानमंत्री बनते-बनते
रह गए। हंगामा मत करो, सभी बैठ जाओ।
मुलायम ने यहां एक बड़ा कदम उठाते हुए गायत्री प्रजापति को फिर मंत्री
बनाने की बात कही। उन्होंने कहा है कि मैंने कहा कोई मतभेद नही हैं। क्या
अखिलेश हमारी बात टालेगा? शिवपाल से लेकर चाहे रामगोपाल हो, अगर निकाल दिया
तो कहां जाएंगे? प्रजापति पर जो कार्यवाही की वह रद्द की जाती है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों शिवपाल यादव के करीबी कहे जाने वाले मंत्रियों गायत्री प्रसाद प्रजापति और
राजकिशोर सिंह सहित चीफ सेक्रेटरी दीपल सिंघल को बर्खास्त कर सीएम अखिलेश
यादव ने कड़े तेवर दिखाए थे| इसके बाद सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने
बेटे अखिलेश को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर भाई शिवपाल को कमान सौंप दी थी| जवाब में अखिलेश ने चाचा शिवपाल से सभी अहम विभाग छीन कर कड़ा
पलटवार किया था|
अखिलेश के पलटवार के बाद गुस्साए चाचा शिवपाल ने कल सरकार और संगठन के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया| इसके बाद समाजवादी पार्टी के टूटने के कयासों के बीच मुलायम ने मोर्चा संभाल लिया| उन्होंने बेटे अखिलेश के फैसले को रद्द कर भाई का इस्तीफा नामंजूर कर दिया| मुलायम ने पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं के सामने कहा कि गायत्री प्रजापति के खिलाफ की गई सभी कार्रवाई रद्द की जा रही है| उन्हें बहुत जल्द मंत्री पद पर बहाल किया जाएगा| वहीं, शिवपाल यादव यूपी सरकार में मंत्री और प्रदेशाध्यक्ष बने रहेंगे|
अखिलेश के पलटवार के बाद गुस्साए चाचा शिवपाल ने कल सरकार और संगठन के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया| इसके बाद समाजवादी पार्टी के टूटने के कयासों के बीच मुलायम ने मोर्चा संभाल लिया| उन्होंने बेटे अखिलेश के फैसले को रद्द कर भाई का इस्तीफा नामंजूर कर दिया| मुलायम ने पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं के सामने कहा कि गायत्री प्रजापति के खिलाफ की गई सभी कार्रवाई रद्द की जा रही है| उन्हें बहुत जल्द मंत्री पद पर बहाल किया जाएगा| वहीं, शिवपाल यादव यूपी सरकार में मंत्री और प्रदेशाध्यक्ष बने रहेंगे|
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