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APNI KHABAR

Monday, 31 December 2018

राजू गुप्ता हत्याकांड में एक आरोपी गिरफ्तार, दारोगा अभी भी पकड़ से बाहर

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पुलिस हिरासत में राजू की मौत के मामले में 22 नवंबर से फरार चल रहा आरोपित अंशुल प्रताप सोमवार को रुनकता क्षेत्र से पुलिस की गिरफ्तार में आ गया, जबकि दारोगा अनुज सिरोही अभी भी पकड़ से बाहर है| पुलिस ने अंशुल और दारोगा अनुज सिरोही पर 20-20 हजार रुपये का इनाम रखा है|

ज्ञात हो कि सिकंदरा के गैलाना मार्ग स्थित नरेंद्र एन्क्लेव निवासी केमिकल का काम करने वाले अंशुल प्रताप के यहां नवंबर माह में कुछ जेवरात चोरी हो गए थे जिसके बाद राजू गुप्ता और उसकी मां रेनू गुप्ता को अंशुल द्वारा चोरी के शक में पकड़ लिया गया | रेनू गुप्ता का आरोप है कि मथुरा के एक विधायक के रिश्तेदार अंशुल प्रताप सिंह ने पड़ोसी विवेक के साथ मिलकर राजू को दो घंटे तक फ्लैट पर रखकर टार्चर किया और उसके बाद अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए 21 नवंबर की शाम उसे सिकंदरा थाने में ले जाकर बंद करा दिया| थाने में पुलिस द्वारा राजू को मारा पीटा गया जिससे 22 नवंबर की दोपहर में राजू की हालत बिगड़ गयी और उसने दम तोड़ दिया| पुलिस की पिटाई की चश्मदीद रेनू गुप्ता ने अंशुल प्रताप, विवेक के अलावा अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है|
मामले में तत्कालीन प्रभारी इंस्पेक्टर ऋषिपाल और दारोगा अनुज सिरोही समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। राजू गुप्ता को पीटने में दारोगा अनुज सिरोही का नाम सामने आया। राजू कि मौत के बाद से अंशुल और दारोगा अनुज सिरोही फरार चल रहे थे।

17 दिन बीते-खदान में फँसे मजदूरों तक नहीं पहुँच पाया बचाव दल...अब टूटने लगी आस !

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मेघालय में 370 फुट गहरी खदान में 13 दिसंबर से फंसे 15 मजदूर अभी तक बाहर नहीं निकाले जा सके हैं। 

पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले में एक पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित इस खदान में 13 दिसंबर को पास की लितेन नदी का पानी घुस जाने से खनन कार्य में उतरे मजदूर फंस गए थे। जलभराव के कारण न तो ये मजदूर बाहर निकल पाये और न ही अब तक बचाव दल ही कुछ कर पाया। एनडीआरएफ, नौसेना और कई एजेंसियां संयुक्त अभियान में जुटी हैं।
खबर है कि 370 फीट गहरी इस खदान में बचाव कार्य में इसलिए भी मुश्किल आ रही है, क्योंकि इस तरह के खदानों में एक संकरी सुरंग के जरिए खनन का कार्य होता है। इस तरह के खनन को एनजीटी द्वारा अप्राकृतिक और अवैज्ञानिक करार देते हुए प्रतिबंधित कर दिया गया है, लिहाजा यहां रैट होल माइन के जरिए हो रहा खनन अवैध है। और इसी कारण इन खदानों में जाने वाली सुरंगों का नक्शा मौजूद नहीं है जिससे विशेषज्ञों की टीम मज़दूरों की स्थिति का अनुमान लगा पाएं।
शुरुआत में ही किसी प्रकार खदान से सुरक्षित निकले मजदूरों में से एक का कहना है कि इसमें फंसे मजदूरों का जीवित निकलना बहुत मुश्किल है।
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Sunday, 30 December 2018

पाइपलाइन लीक होने से से ठप्प हुयी कई क्षेत्रों की जलापूर्ति

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आगरा: गुरुद्वारा गुरु का ताल आरओबी के निकट 1400mm की पाइपलाइन लीक हो जाने से ना केवल लाखों लीटर पानी सड़क पर बहकर बर्बाद हुआ बल्कि साथ ही कई इलाकों कि जलापूर्ति भी ठप्प हो गयी| आरओबी के चलते मरम्मत कार्य में भी खासी एहतियात बरती जा रही हैं जिस कारण मरम्मत में समय भी लग रहा है|
(फाइल फोटो)
लॉयर्स कॉलोनी, नगलापदी, चंद्रनगर, आवास-विकास, लोहामंडी, बिल्लोचपुरा, राजामंडी, बाग़ फरज़ाना, दिल्ली गेट समेत शहर के कई घनी आबादी वाले क्षेत्रों में लोगों को जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है|     

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