पुलिस हिरासत में राजू की मौत के मामले में 22 नवंबर से फरार चल रहा आरोपित अंशुल प्रताप सोमवार को रुनकता क्षेत्र से पुलिस की गिरफ्तार में आ गया, जबकि दारोगा अनुज सिरोही अभी भी पकड़ से बाहर है| पुलिस ने अंशुल और दारोगा अनुज सिरोही पर 20-20 हजार रुपये का इनाम रखा है|
ज्ञात हो कि सिकंदरा के गैलाना मार्ग स्थित नरेंद्र एन्क्लेव निवासी केमिकल का काम करने वाले अंशुल प्रताप के यहां नवंबर माह में कुछ जेवरात चोरी हो गए थे जिसके बाद राजू गुप्ता और उसकी मां रेनू गुप्ता को अंशुल द्वारा चोरी के शक में पकड़ लिया गया | रेनू गुप्ता का आरोप है कि मथुरा के एक विधायक के रिश्तेदार अंशुल प्रताप सिंह ने पड़ोसी विवेक के साथ मिलकर राजू को दो घंटे तक फ्लैट पर रखकर टार्चर किया और उसके बाद अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए 21 नवंबर की शाम उसे सिकंदरा थाने में ले जाकर बंद करा दिया| थाने में पुलिस द्वारा राजू को मारा पीटा गया जिससे 22 नवंबर की दोपहर में राजू की हालत बिगड़ गयी और उसने दम तोड़ दिया| पुलिस की पिटाई की चश्मदीद रेनू गुप्ता ने अंशुल प्रताप, विवेक के अलावा अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है|
मामले में तत्कालीन प्रभारी इंस्पेक्टर ऋषिपाल और दारोगा अनुज सिरोही समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। राजू गुप्ता को पीटने में दारोगा अनुज सिरोही का नाम सामने आया। राजू कि मौत के बाद से अंशुल और दारोगा अनुज सिरोही फरार चल रहे थे।