न्यूजीलैंड में क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में शुक्रवार
को हुई गोलीबारी में कम-से-कम 49 लोगों की मौत हो गयी और 25 से अधिक लोग
गंभीर रूप से घायल हो गये. पहला हमला सेंट्रल क्राइस्टचर्च स्थित मस्जिद अल नूर में हुआ और दूसरा हमला
लिनवुड मस्जिद में किया गया. पहले हमले में 41 जबकि
दूसरी मस्जिद में 7 सात लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी.
न्यूजीलैंड पुलिस के मुताबिक, हमलावर एक ऑस्ट्रेलियाई युवक ब्रेंटन टैरेंट
(28) था. उसने मस्जिद में घुसने से पहले फेसबुक पर लाइव स्ट्रीमिंग शुरू कर
दी. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फुटेज में हमलावर को मस्जिद के अंदर
घुसकर लोगों पर गोलियां बरसाते देखा गया.
क्रिकइंफो की एक रिपोर्ट के अनुसार जब हमला हुआ, तब टीम बांग्लादेशी क्रिकेट टीम नमाज के
लिए मस्जिद जा रही थी. टीम सुरक्षित बच कर निकटवर्ती हेगले ओवल पहुंची.
यूजीलैंड की प्रधानमंत्री ने कहा कि इस घटना में और हमलावर शामिल हो सकते
हैं. एक व्यक्ति, जिसने गोलीबारी की जिम्मेदारी ली है. उसने शरणार्थी
विरोधी 74 पृष्ठों का एक दस्तावेज छोड़ा है, जिसमें उसने कहा वह एक 28 साल
का श्वेत आस्ट्रेलियाई है और नस्लवादी है.
अब तक ये नहीं कहा जा सकता कि खतरा खत्म हो गया है. इस घटना के बाद पुलिस
ने मुस्लिमों से अपील की है कि वे मस्जिदों में न जाएं और घरों में ही
रहें.
मुख्य हमलावर ब्रेंटन टैरंट ने इस दिल
दहला देने वाली करतूत को 17 मिनट तक फेसबुक पर लाइव किया. वह कार को चालू
करते वक्त कहता है, 'चलो, इस पार्टी को अब शुरू करते हैं.' इसके बाद वह
सेंट्रल क्राइस्टचर्च के अल नूर मस्जिद की तरफ बढ़ना शुरू कर देता है.
कार में उसने कई हथियार भी जमा कर रखे
थे, जिन्हें फेसबुक लाइव के दौरान भी दिखाया था. एक जगह वह कार से उतरता है
और जमीन पर ताबड़तोड़ गोलियां दागता है. बैकग्राउंड में सर्बियन म्यूजिक
बज रहा था और वह सैटलाइट नैविगेशन के जरिये गाड़ी मोड़ रहा था, जो उसे यह
बताता था कि कब किस ओर मुड़ना है.
इतना ही नहीं, टैरंट ने गुरुवार रात को
ही फेसबुक पर पोस्ट के जरिये अपनी मंशा जाहिर कर दी थी और लिखा था कि वह
हमला करेगा और इसे फेसबुक पर लाइव दिखायेगा. उसने कहा कि अतिक्रमणकारियों
द्वारा यूरोप में की गयी हजारों लोगों की हत्या का बदला लेगा.
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