Top Ad 728x90

APNI KHABAR

Saturday, 8 April 2017

पुलिस को चुनौती देते अपराधी,आगरा के बाद प्रतापगढ़-फिरोजाबाद में भी सिपाही जान से मारे!

by
खनन माफिया ने आज सुबह सिपाही को ट्रैक्टर से नीचे गिराकर कुचल दिया और भाग निकला। गंभीर घायल सिपाही ने आगरा में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
खनन माफिया ने आज सुबह सिपाही को ट्रैक्टर से नीचे गिराकर कुचल दिया और भाग निकला। गंभीर घायल सिपाही ने आगरा में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। डीजीपी जावीद अहमद ने अस्पताल पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की और हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। एसओ को निलंबित कर दिया गया है।
नारखी थाने की यूपी 100 गाड़ी के चालक वेदराम, सिपाही रूप बंसत तथा रवि कुमार रावत सुबह साढ़े चार बजे बैंदी पुलिया से नगला बीच मार्ग पर स्थित गढ़ी पुरानी गांव के पास खड़े थे। इस दौरान बालू से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोकने का इशारा किया, मगर चालक ने स्पीड बढ़ा दी। इस पर हाथरस निवासी सिपाही रवि रावत ने दौड़कर ट्रैक्टर चालक को दबोचने का प्रयास किया, मगर उसने धक्का देकर गिरा दिया और ट्रैक्टर चढ़ा दिया। रवि के पेट पर ट्रैक्टर का पहिया उतर गया।
इसके बाद ट्रैक्टर छोड़ चालक भाग निकला। रवि को आगरा में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान दोपहर बाद उसकी मौत हो गई। 2011 में पुलिस में भर्ती हुए रवि हाथरस के गांव नगला ओझा के रहने वाले थे। पुलिस वाहन के चालक वेदराम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बकौल एसएसपी अजय कुमार पांडे जांच में पता चला है कि बालू बसई मुहम्मदपुर थाना के गांव नादन से लाया जा रहा था। इस पर एसओ सुजात हुसैन को निलंबित कर एसपी ग्रामीण को जांच सौंपी गई है। आरोपी का पता लगाया जा रहा है। उधर, समीक्षा के लिए यहां पहुंचे डीजीपी जावीद अहमद भी अस्पताल पहुंचे और सिपाही के परिजनों को न्याय का भरोसा दिया। 

बाल-बाल बचे पुलिसकर्मी
मथुरा सुरीर क्षेत्र में शुक्रवार देर रात अवैध खनन कर बालू ले जा रहा माफिया सामने पुलिस को देख चलता ट्रैक्टर छोड़ भाग निकला। अनियंत्रित ट्रैक्टर पुलिस जीप से टकरा गया और इसमें बैठे सुरीर थाने के उपनिरीक्षक व दो सिपाही बाल-बाल बचे। घटना यमुना एक्सप्रेस के औहावा अंडरपास पुल के पास रात 11 बजे हुई। पुलिस ने ट्रैक्टर जब्त कर खनन माफिया के गुर्गे की तलाश कर रही है।

प्रतापगढ़ में सिपाही की हत्या
हिस्ट्रीशीट खोलने के लिए बदमाश के परिवार की जानकारी लेने गए रानीगंज थाने के सिपाही राजकुमार सिंह को बुढौरा गांव में बदमाश ने गोली मार दी। जिला अस्पताल ले जाए जाते समय सिपाही ने दम तोड़ दिया। इस दुस्साहसिक वारदात से महकमे में खलबली मच गई। हत्यारोपी अभी तक गिरफ्त से बाहर है।
संत रविदास नगर (भदोही) जिले मेंसुरियावां थानाक्षेत्र के इकौनी गांव निवासी राजकुमार सिंह (52) पुत्र शीतला प्रसाद सिंह को जनवरी में रानीगंज थाने में तैनाती मिली थी। शनिवार दोपहर लगभग दो बजे वह साथी सिपाही राजेंद्र प्रसाद के साथ क्षेत्र के बुढौरा गांव गया। इसी गांव में रहने वाले इरशाद अली की हिस्ट्रीशीट खुलनी थी। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
डोजियर बनाने के लिए इरशाद के घर का नक्शा, परिवार के विवरण की जरूरत थी। इरशाद उस समय घर पर नहीं था। सिपाहियों ने उसकी पत्नी व मां से पूछताछ की। दोनों जब परिवार वालों की फोटो ले रहे थे, तभी इरशाद अपने दो साथियों के साथ पहुंच गया। पहले सिपाहियों से उसकी कहा सुनी हुई, फिर वह उनसे भिड़ गया। मारपीट के दौरान इरशाद ने पिस्टल निकाल कर राजकुमार के सीने में दो गोलियां उतार दी। राजकुमार की बाइक को भी तोड़ डाला गया। साथ गया सिपाही राजेंद्र जान बचाकर भाग निकला। गोली मारने के बाद इरशाद फरार हो गया।
इरशाद के जाने के बाद राजेंद्र ने लौट कर घायल राजकुमार को उठाया और एसओ शुभ नारायण को घटनाक्रम की जानकारी दी। साथ ही एंबुलेंस बुलवाकर राजकुमार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रानीगंज ले गया। वहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इतना होने तक एसपी रोहन पी कनय फोर्स के साथ गांव पहुंच गए। कुछ देर में आइजी केएस प्रताप कुमार, डीआइजी विजय यादव भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों का कहना है कि इरशाद को पकडऩे के लिए दबिश दी जा रही है।
(खबर- दैनिक जागरण)

Thursday, 6 April 2017

अपराधी बेखौफ,एसओजी के सिपाही की गोली मारकर हत्या

by
अपराधी बेखौफ हैं-बेलगाम हैं और इसका प्रमाण इस बात से भी मिलता है कि बुधवार को अपराधियों ने एसओजी के एक सिपाही की गोली मार कर हत्या कर दी। शमसाबाद थाना पर तैनात सिपाही अजय यादव की थाना से बमुश्किल 500 मीटर दूरी पर ही गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाइक सवार हमलावर उनकी पिस्टल भी लूट ले गए। जानकारी के अनुसार मुखबिर की सूचना पर गश्त के दौरान सिपाही अजय गश्त पर निकले थे जहाँ बाइकसवार तीन बदमाशों से उनकी मुठभेड़ हो गयी| बदमाशों ने अजय के सीने में गोली मार उनकी हत्या कर दी और फरार हो गए|
Add caption
अजय यादव 2005 बैच के सिपाही थे। मूल रूप से मैनपुरी के किशनी के चांदा गांव के रहने वाले थे। उनके भाई दिनेश यादव भी सिपाही हैं। वह कन्नौज में तैनात हैं। पिता की मृत्यु हो चुकी है। वह सेना में सूबेदार रहे थे।अजय यादव एक साल पहले तक आगरा शहर के थानों में तैनात रहे। क्राइम ब्रांच में भी काम किया। कई बड़ी घटनाओं के खुलासे में अहम रोल रहा। इसके लिए  उन्हें एसएसपी ने पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया था। उनका एक साल पहले ही शमसाबाद तबादला हुआ था। उनका परिवार आगरा में इंफ्रैट्र्ी पुलिस चौकी के पास रहता है। उनकी हत्या का पता चलते ही पत्नी शगुन का रो रोकर बुरा हाल हो गया। उनका एक बेटा है।

Tuesday, 4 April 2017

राखी सावंत पुलिस हिरासत में

by
साल 2016 में महर्षि वाल्मीकि को लेकर दिए विवादित बयान के मामले में बॉलीवुड ऐक्ट्रेस राखी सावंत को पंजाब पुलिस ने हिरासत में ले लिया है| धार्मिक भावनाएं भड़काने और अभद्र टिप्पणी से जुड़े इस मामले में लुधियाना की एक अदालत ने राखी सावंत के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था| बीती 9 मार्च को राखी के खिलाफ दर्ज शिकायत पर गैरजमानती वारंट जारी किया गया था| सोमवार को ही पंजाब पुलिस के दो लोग गिरफ्तारी के वारंट के साथ मुंबई पहुंचे थे|

किसानों का एक लाख रुपये तक का कर्ज माफ़,योगी सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग में हुआ फैसला

by

उत्‍तर प्रदेश में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ मंत्रिमंडल ने अपनी पहली बैठक में प्रदेश के दो करोड़ 15 लाख किसानों को फायदा देते हुए 36,359 करोड़ रुपये का कर्ज माफ करने का अहम फैसला लिया| सरकार ने किसानों का एक लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया है| सरकार ने किसानों द्वारा किसी भी बैंक से लिया गया फसली कर्ज माफ किया है| मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में यह जानकारी दी|
इसके अलावा सरकार 80 लाख मीट्रिक गेंहू खरीदेगी. 5000 गेहूं खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिन्हें मुख्यमंत्रियों द्वारा मॉनिटर किया जाएगा| समर्थन मूल्य का पैसा सीधा किसानों के खाते में जाएगा, बिचोलिए खत्म होंगे, आलू के किसानों को राहत पहुंचाई जाएगी, आलू खरीद के लिए तीन लोगों की कमेटी बनेगी|

रिहायशी इलाकों में शराब के ठेकों के विरोध में जनता,शहर भर में कई जगह हँगामा,पुलिस के सामने ठेकेदार के गुर्गों ने महिला को पीटा !

by
शराब के ठेकों के विरोध में लगातार तीसरे दिन आगरा में बवाल और प्रदर्शन हुए। ताजनगरी में हाईवे से घनी बस्ती में शिफ्ट हुए शराब के ठेके का विरोध कर रही महिलाओं की दबंग लोगों ने पुलिस की मौजूदगी में ही जमकर पिटाई कर दी| महिलाओं को दबंगों द्वारा पीटे जाने का पूरा मामला कैमरे में कैद हो गया।
ताजा मामला यमुनापार इलाके का है जहाँ शराबबंदी की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर ठेकेदार के कर्मचारियों ने हमला बोल दिया। पुलिस की मौजूदगी में ही विरोध कर रहे युवकों के साथ साथ महिलाओं को भी खदेड़ दिया|
-
-
शराब के ठेकों के विरोध में लगातार तीसरे दिन आगरा में बवाल और प्रदर्शन हुए। शहर के छह थाना क्षेत्रों में महिलाएं सड़क पर उतरीं। ठेकों में घुसकर तोड़फोड़ की। कर्मचारियों को पीटा। शराब की बोतलें फोड़ी गईं। शराब की बोतलें और गल्ले में रखा कैश भी लूटा गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिलाओं को दूर तक खदेड़ा। सदर और शाहगंज में महिलाओं को हिरासत में लिया गया। वे अक्रोशित हैं। पुलिस पर मारपीट का आरोप लगा रही हैं।
सोमवार को पहली घटना ईदगाह बस स्टैंड (सदर) के पास हुई। यहां देशी और बीयर का ठेका है। सुबह साढ़े ग्यारह बजे 30-35 महिलाएं और एक दर्जन युवक ठेके पर आ गए। सबसे पहले बीयर शॉप पर धावा बोला। अंदर रखा फ्रिज उठाकर सड़क पर फेंक दिया। बीयर की बोतल फोड़ना शुरू कर दिया। ठेके में आग लगाने का प्रयास किया गया।
बवाल देख बराबर स्थित देशी ठेके के कर्मचारी शटर बंद करके भागने लगे। महिलाओं ने दबोच लिया। सब्बल से शटर तोड़ दिया। यहां भी तोड़फोड़ की गई। बवाल से दहशत फैल गई। सड़क पर ट्रैफिक रुक गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने चार युवक और आधा दर्जन महिलाओं को हिरासत में ले लिया। पुलिस की कार्रवाई से खलबली मच गई। महिलाएं भाग खड़ी हुईं।
सेवला सदर में देशी शराब के ठेके पर तोड़फोड़ की गई। पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर चार लोगों को पकड़ा। शाहगंज में भोगीपुरा चौराहे पर ठेके के विरोध में महिलाएं लाठी-डंडे लेकर पहुंचीं। खबर मिलते ही शाहगंज थाने का फोर्स पहुंच गया। देशी शराब के ठेके पर तोड़फोड़ होती इससे पहले पुलिस एक्शन में आ गई। महिलाओं को खदेड़ दिया। महिलाएं थाना पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगा रही हैं।
जगदीशपुरा में अलबतिया रोड पर शराब ठेके का विरोध हुआ। सड़क पर उतरी महिलाओं ने साफ बोल दिया ठेका बंद नहीं कराया तो वे तहस-नहस कर देंगी। देखती हैं पुलिस कब तक सुरक्षा देगी। कितनों को जेल भेजेगी। पुलिस ने इधर भी स्थिति को संभाला।
ताजगंज क्षेत्र के धांधूपुरा में बवाल हुआ। देशी शराब के ठेके पर पहुंची महिलाओं ने पूरा ठेका अस्त-व्यस्त कर दिया। महिलाओं ने आरोप लगाया कि ठेके पर उधार शराब मिलती है। कई परिवार बर्बाद हो चुके हैं। वे अपने क्षेत्र में ठेका बंद कराकर ही दम लेंगी। बवाल और तोडफोड़ की खबर पहुंची पुलिस ने महिलाओं को वहां से भगाया।
एत्मादुद्दौला में शोभा नगर, फाउंड्रीनगर में देशी और बीयर के ठेके पर बवाल किया। महिलाओं का उग्र रूप देख कर्मचारी भाग खड़े हुए। महिलाओं ने कई पेटी शराब की बोतलें सड़क पर फेंककर तोड़ दीं। सुशील नगर में भी ठेके पर हंगामा और बवाल हुआ। पुलिस ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं को धमकाया। कहा कि वे नहीं मानीं तो अब सीधे जेल भेजा जाएगा। बवाल से ठेके बंद नहीं होंगे।
शाम के समय न्यू आगरा के मुगल रोड पर ठेके का विरोध हुआ। यहां भी सड़क पर उतरी महिलाओं की एक ही मांग थी कि यहां से ठेका हटाया जाए। दोपहर को हरीपर्वत के टीपी नगर इलाके में ठेके का विरोध हुआ था। वहीं सुबह के समय सेंट पीटर्स स्कूल के पास ठेका खुलने पर लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि अब तो हद हो गई। गली-गली शराब की दुकानें खुलवाई जा रही हैं।
20 लाख की शराब लूटी, मुकदमा
मारुति एस्टेट (जगदीशपुरा) में रविवार को शराब के ठेके पर बवाल हुआ था। दुकान मालिक राजकुमार चाहर ने जगदीशपुरा थाने में डकैती की धारा के तहत मुकदमा लिखाया है। आरोप है कि प्रदर्शन करने वालों ने 20 लाख रुपये की शराब की बोतलें तोड़ दीं। लाखों की शराब और गल्ले में रखा कैश लूटकर ले गए। पुलिस ने तहरीर के आधार पर सुनील, रवि, प्रवेंद्र, आकाश, बिट्टू, विनोद, गोमती को नामजद किया गया है। मुकदमे में 100 से अधिक अज्ञात पुरुष और महिलाओं का भी जिक्र है।
महिलाएं भी भेजी जाएंगी जेल
ईदगाह बस स्टैंड के पास शराब के ठेकों में तोड़फोड़ की गई। लूटपाट का भी आरोप है। पुलिस ने मौके से पांच युवक और आधा दर्जन महिलाओं को पकड़ा। इंस्पेक्टर सदर ने बताया कि मुकदमा लिखा जा रहा है। फिलहाल यह फैसला नहीं हुआ है कि महिलाओं को जेल भेजना है या नहीं। सूत्रों की मानें तो सोमवार को अधिकारियों ने यह फैसला लिया कि महिलाओं को फिलहाल निजी मुचलके पर छोड़ दिया जाए। मंगलवार को महिलाएं कहीं विरोध करें तो गिरफ्तार करके जेल भेजा जाए। जब तक पुलिस सख्त नहीं होगी प्रदर्शन जारी रहेगी।
विधायक के घर दिया धरना
गोपालपुरा इलाका में शराब का ठेका बंद कराने के लिए क्षेत्रीय लोग सोमवार को भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश के घर पहुंचे। उनसे मांग की कि यह ठेका बंद कराया जाए। इससे माहौल खराब हो रहा है। आए दिन छेड़छाड़ की घटनाएं होती हैं। वे लोग प्रदर्शन नहीं करना चाहते। अपने चुने हुए प्रतिनिधि के दरवाजे पर उम्मीद लेकर आए हैं। उन्हें लगता है कि नियम विरुद्ध खुला ठेका बंद होना चाहिए तो न्याय करें। डॉ. धर्मेश ने बताया कि जनता की समस्या उन्हें जायज लगी। इस संबंध में उन्होंने डीएम से बात की। ठेका बंद कराने के लिए कहा है। वह जनता के साथ हैं।
आखिर विरोध का कारण क्या है
गली-मोहल्ले के नुक्कड़ पर शराब के ठेके खुल गए हैं। उनसे महिलाओं को क्या दिक्कत है। यह जानने का प्रयास किया गया। महिलाओं ने ठेके के विरोध के पीछे जो वजह बताई वह हैरान कर देने वाली है।
-देशी शराब का ठेका खुलने और बंद होने का कोई समय नहीं है। पुलिस से सेटिंग करके ठेके वाले अपनी मर्जी से ठेका बंद करते हैं।
-बाहर से शटर बंद होता है फिर भी शराब मिल जाती है। नशेबाजों की सेटिंग रहती है।
-ठेके वाले नियमित पीने वालों को उधार शराब देते हैं।
-मजदूर वर्ग के लोग जैसे ही पैसा कमाते हैं पहले उधारी चुकाकर आते हैं।
-ठेकों के आस-पास युवकों का जमघट रहता है। महिलाओं का वहां से निकलना मुश्किल हो जाता है।
-पुलिस को ठेकों से महीनेदारी मिलती है। ठेकों के बाहर ओपन बार बन जाते हैं। चौपाटी सज जाती है।
कुसमा बोली बर्बाद हो गया है परिवार
शोभा नगर, फाउंड्री नगर की कुसमा प्रदर्शन के दौरान रो रही थी। चीख-चीखकर बोल रही थी ठेका बंद नहीं हुआ तो खुद अपनी जान दे देगी। इस ठेके ने घर बर्बाद कर दिया है। बेटा नशेबाज हो गया है। बेटे की हरकतों से परेशान होकर बहू छोड़कर चली गई। बच्चों की देखभाल उसे करनी पड़ती है। बेटा जितना कमाता है वह सब शराब में उड़ा देता है। घर पर बच्चे रोटी को तरसते हैं। उसे दर्द नहीं आता है। उसने शराब का विरोध किया था। बेटे ने इस बात पर नाती को बेरहमी से पीटा। गुस्से में घर से निकला और कुछ ही देर बाद शराब के नशे में होकर वापस लौट आया। उसकी जेब में शराब खरीदने को पैसे नहीं थे। कहां से आई शराब यह पूछने पर बेटे ने कहा उधार भी मिलती है।
वह इसलिए प्रदर्शन करने आई थी। भीड़ में शामिल रेखा ने बताया कि कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब वह घर पर पिटती नहीं है। पति सुबह काम के लिए निकलता है और रात को नशे में घर लौटता है। वह भूखी सो जाती है मगर पति को कोई फर्क नहीं पड़ता। बबली ने बताया कि पति शराब नहीं पीए तो वह अच्छी जिंदगी जी सकते हैं। पति दस से पंद्रह हजार रुपये महीने कमाता है। उनके घर रसोई में आटा तक नहीं है। रोज घर पर इसी बात का झगड़ा होता है कि पहले राशन का इंतजाम करो। शराब जरूरी नहीं है।

Saturday, 1 April 2017

......और माँगनी पड़ी यूपी सरकार को माफी !

by
इलाहाबाद: इलाहाबाद में यूपी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी के स्वागत में पहुंचे बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस की एस्कार्ट वैन पर जबरन कब्जा कर नारेबाजी करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. विवाद बढ़ने के बाद यूपी की योगी सरकार ने इस मामले में माफी मांगी है और बीजेपी कार्यकर्ताओं को आगे ऐसी हरकतों से बचने की नसीहत दी है.
भविष्य में फिर से ऐसी गलती न करें बीजेपी कार्यकर्ता
यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि बीजेपी कार्यकर्ता भविष्य में फिर से ऐसी गलती न करें, इसके लिए उन्हें अब ट्रेनिंग दी जाएगी. दूसरी तरफ मंत्री नंद गोपाल नंदी इस बारे में मीडिया के सवालों से बचते नजर आए और उन्होंने इसे विरोधियों की साजिश करार दिया. उन्होंने कहा कि उत्साही कार्यकर्ताओं को वह खुद ही लगातार संयम बरतने की सलाह दे रहे थे.
गौरतलब है कि योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी नई ज़िम्मेदारी मिलने के बाद शुक्रवार को पहली बार अपने गृहनगर इलाहाबाद पहुंचे. अपनी सियासी ताकत दिखाने के लिए मंत्री जी हेलीकाप्टर से इलाहाबाद आए और उडनखटोले को पुलिस लाइंस के मैदान पर उतारा. यहाँ सैकड़ों की तादात में समर्थक पुलिस लाइंस पहुंचे थे.
पुलिस की जिप्सी पर जबरन सवार हो गए बीजेपी कार्यकर्ता
मंत्री बनने के बाद पहली बार इलाहाबाद पहुंचे नंद गोपाल नंदी को यहाँ कई कार्यक्रमों में शामिल होना था. मंत्री की सुरक्षा में पुलिस की एक खुली जिप्सी उनकी गाड़ी से ठीक आगे चल रही थी. पुलिस लाइंस के बाहर ही मंत्री समर्थक एक दर्जन बीजेपी कार्यकर्ता पुलिस की जिप्सी पर जबरन सवार हो गए और उस पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे.
पुलिस वालों के रोकने के बावजूद भगवा साफा पहने ये कार्यकर्ता जिप्सी पर कब्जा जमाकर उस पर से लगातार जय श्री राम व मंत्री के नाम पर नारेबाजी करते रहे. मंत्री जी अपने शहर में आज जहाँ-जहाँ गए उनके ये समर्थक पुलिस जिप्सी पर काबिज होकर लगातार नारेबाजी करते हुए दिखाई दिए. इतना ही नहीं समर्थकों ने मंत्री नंदी के स्वागत में शहर के जानसेनगंज चौराहे पर दो सौ स्पीकर लगाकर उस पर गाने बजाए. इससे आसपास रहने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
(एबीपी न्यूज़ की वेबसाइट से)

अलीगढ़: जनता पर पिस्टल तान गालियाँ देने और धमकाने वाले दारोगा का वीडियो वायरल,जाँच के आदेश

by
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में पुलिस के एक 'दबंग' दरोगा का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह यह दरोगा हाथ में पिस्टल लिए सरेआम लोगों को गालियां और धमकी दे रहा है. इस मामले के तूल पकड़ने के बाद एसएसपी ने सीओ को जांच के आदेश दिए हैं.
जानकारी के अनुसार, इग्लास थाने में तैनात ये दरोगा महुआ गांव में छेड़छाड़ के एक मामले की जांच करने आये थे. लोगों का आरोप है कि इस दौरान दरोगा नें आरोपी पक्ष से तो कुछ नहीं कहा, उल्टा शिकायतकर्ता से ही गाली-गलौज करने लगे. जब लोगों ने दरोगा के इस बर्ताव का विरोध किया तो गुस्से से आग-बबूला हुए दरोगा ने अपनी पिस्टल निकाल ली और सभी को थाने ले जाने की धमकी देने लगे.
बताया जा रहा है कि व्हाट्सऐप पर युवती से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में जांच करने पहुंचे दरोगा ने पीड़ित पक्ष से ही गाली-गलौज कर डाली. इस दरोगा का गुस्सा यहीं खत्म नहीं हुआ उसने पीड़ित पक्ष पर पिस्टल तान दी. वहीं पीड़ित पक्ष का कहना है कि दरोगा आरोपियों से सांठ-गांठ कर छेड़खानी के मामले को दबाना चाहते हैं.
इस मामले में एसएसपी राजेश पांडेय ने बताया कि ग्रामीण सरकारी काम में बाधा डाल रहे थे. इस पूरे प्रकरण की जांच सीओ इग्लास को सौंप दी गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद दरोगा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

एसीएमओ के फ़ार्म हाउस से मिले गायों के अस्थिपंजर,पुलिस जाँच में जुटी

by
बहराइच: थाना फखरपुर क्षेत्र के बुबकापुर में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डॉ. जेएन मिश्रा के फार्म हाउस पर गोशाला की आड़ में गोमूत्र व अवशेषों से अवैध दवाओं के बनाने का मामला सुर्खी में आने के बाद शनिवार को जगह-जगह फार्म हाउस खोदवाकर 38 गायों के अस्थिपंजर बरामद किए गए हैं। अस्थिपंजरों का सीवीओ डॉ. बलवंत के नेतृत्व में आठ पशु चिकित्सकों के पैनल ने अंत्य परीक्षण किया। बिसरा को जांच के लिए लखनऊ विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिया गया है। इस दौरान आयुर्वेद दवाओं व बिस्कुट की खेप भी बरामद हुई है। ड्रग इंस्पेक्टर ने बरामद दवाओं का सैंपल ले लिया है।

बहराइच-लखनऊ मार्ग स्थित मरौचा के निकट बुबकापुर गांव में एसीएमओ के फार्म हाउस पर हिंदू युवा वाहिनी (हियुवा) की शिकायत पर शुक्रवार देर शाम प्रशासन व पुलिस की टीम ने छापामारी की थी। इस दौरान 50 गायें जिंदा बरामद की गई थी। अवैध ढंग से बनाई जा रही दवाएं एवं उपकरण भी बरामद हुए थे। पुलिस ने फार्म हाउस को सीज करके अपने कब्जे में ले लिया था और मौके पर फोर्स तैनात कर दी गई।
एएसपी शहर दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि शनिवार को फार्म हाउस में दफनाई गई गायों के अस्थिपंजरों को निकाला गया। डीएम ने कहा कि पुलिस द्वारा विवेचना की जा रही है। तथ्य प्रकाश में आने के बाद कार्रवाई को बढ़ाया जाएगा। 

एसीएमओ बोले 
एसीएमओ डॉ. जेएन मिश्रा ने अपना बचाव करते हुए कहा कि दुर्बल व बीमार गायों को आसपास के लोग उनकी गौशाला में छोड़ जाते थे। सेवासहाय के बाद अगर गायों की मौत हो जाती थी तो उन्हें फार्म हाउस में ही मिट्टी दे दी जाती थी। वे बताते हैं कि उन्होंने कोई फैक्ट्री नहीं खोली है और न ही दवाओं के व्यापार की कोई पुष्टि कर सकता है। 

Top Ad 728x90