भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी कैंपों पर हमले किए हैं। खबरों के अनुसार, 26 फरवरी को सुबह साढ़े 3 बजे 12 मिराज 2000 भारतीय लड़ाकू जेट विमानों ने एलओसी के पार जाकर आतंकवादी शिविरों पर हमले किए हैं और इन्हें पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। आतंकी ठिकानों पर 1000 किलोग्राम बम गिराए गए। 12 मिराज 2000 जेट विमानों ने इस ऑपरेशन में हिस्सा लिया।
कहा जा रहा है कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों के अलावा खैबर पख्तुनख्वा के बालाकोट में जैश के सबसे बड़े ठिकाने पर भी बमों से हमला कर सैकड़ों आतंकियों को मौत की नींद सुला दिया है|
देखें वीडियो
देखें वीडियो
भारत के विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा, "जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में हमला किया था। इसमें हमारे 40 जवान शहीद हुए थे। पिछले दो दशक से जैश पाकिस्तान में सक्रिय है। इसका सरगना मसूद अजहर है जो पाकिस्तान के बहावलपुर में रहता है। भारतीय संसद पर 2001 में और 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमले में इसी आतंकी संगठन का हाथ रहा है। हमने समय-समय पर पाकिस्तान को इसके बारे में जानकारी मुहैया कराई है। पाकिस्तान ने हर बार इससे इनकार किया है। जबकि पाकिस्तान की जानकारी के बिना वहां जिहादी ट्रेनिंग कैम्प्स नहीं चल सकते। पाकिस्तान ने अब तक आतंकियों के ठिकानों को खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। हमें इंटेलिजेंस से इनपुट मिले थे कि जैश-ए-मोहम्मद भारत में कई फिदायीन हमलों को अंजाम देने वाला है। आज तड़के भारत ने कार्रवाई कर जैश के बालाकोट स्थित सबसे बड़े ट्रेनिंग कैम्प्स पर हमला कर तबाह कर दिया। इसमें जैश के आला कमांडर्स और कई आतंकी मारे गए। मसूद के रिश्तेदार समेत कई आतंकी इसमें मारे गए। थलसेना की मदद के बिना यह कार्रवाई सिर्फ जैश को निशाना बनाने के लिए थी। ये आतंकी कैम्प्स रिहाइशी इलाकों से दूर जंगल के इलाकों में थे।"
इससे पहले पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने दावा किया था कि भारतीय वायु सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) का उल्लंघन किया है। गफूर ने एक ट्वीट में कहा, 'भारतीय वायु सेना ने नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया। पाकिस्तान वायु सेना ने तुरंत जवाब दिया। भारतीय विमान वापस चले गए।' एक और ट्वीट में गफूर ने कहा, 'मुजफ्फराबाद सेक्टर से भारतीय विमानों की घुसपैठ। पाकिस्तान वायु सेना द्वारा समय पर और प्रभावी प्रतिक्रिया का सामना करते हुए जल्दबाजी में पेलोड जारी किया गया, जो बालाकोट के पास गिर गया। कोई हताहत या नुकसान नहीं।'
14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
किसी आतंकी संगठन के खिलाफ भारत की यह पहली बड़ी एयर स्ट्राइक है। 2016 के उड़ी हमले के बाद भी भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी, लेकिन उसमें वायुसेना की जगह पैराट्रूपर्स को आतंकी कैम्पों को तबाह करने भेजा गया था।
-
(विभिन्न मीडिया स्त्रोतों से प्राप्त जानकारी)