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MBA Orientation Program |
जीएलए
विश्वविद्यालय, मथुरा में नव शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ ओरिएंटेशन कार्यक्रम के साथ
हो गया| गत 8 अगस्त को समस्त नवागत छात्र-छात्राओं को एक कार्यक्रम के माध्यम से
विश्वविद्यालय के बारे में आवश्यक जानकारियाँ, उपलब्ध सुविधाओं आदि की जानकारी दी
गयी| इसके पश्चात प्रबंधन संकाय द्वारा नवागत विद्यार्थियों के लिए अतिथि
व्याख्यान, ग्रुप डिस्कशन, पर्सनल इंटरव्यू आदि की श्रंखला का आयोजन किया गया जो
पाँच दिन तक चली| इस दौरान उन्हें वे सभी जानकारियाँ दी गयीं जोकि कॉर्पोरेट जगत
में प्रवेश करने व वहाँ निरंतर बेहतर प्रदर्शन करने में सहायक हो सकती हैं|
टेलीनॉर
टेलीकम्युनिकेशन की एचआर हैड अनीता तिवारी बतौर अतिथि प्रबंधन संकाय के
छात्रों को संबोधित करने आयीं उन्होंने विद्यार्थियों के साथ पर्सनालिटी ग्रूमिंग
व प्रोफेशनल कम्युनिकेशन एंड एथिक्स पर विस्तार से चर्चा की तथा बताया कि कोई
नियोक्ता किन बातों को ध्यान में रखकर किसी का चयन करता है| उन्हें बताया गया कि
कौन सी ऐसी बातें अथवा आदतें हैं जोकि किसी नियोक्ता के मन पर आपके लिए नकारात्मक
प्रभाव डाल सकती हैं| इसके अतिरिक्त कार्यस्थल पर अपना व्यवहार कैसा रखा जाए, इसपर
भी चर्चा की गयी और विद्यार्थियों को बताया गया कि कैसे वे कॉर्पोरेट क्षेत्र में
बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं|
टाटा
मोटर्स के मानव संसाधन विभाग में उच्च पद पर रह चुके प्रख्यात मैनेजमेंट कंसलटेंट
एवँ ट्रेनर प्रो.चंद्रेश्वर खान भी प्रबंधन संकाय के नवागत छात्रों को
कॉर्पोरेट कल्चर से रूबरू कराने के लिए आये| उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि
कैसे वे विभिन्न परिस्थितियों में स्वयँ को बेहतर ढंग से ढाल सकते हैं व बेहतर
प्रदर्शन कर सकते हैं| कार्यस्थल पर काम का तनाव कैसे नियंत्रित किया जा सकता है
तथा निजी व व्यावसायिक जीवन में कैसे तारतम्य बिठाया जाए इसपर उन्होंने संवाद
किया| कार्यस्थल पर कैसे एक-दूसरे को सहयोग करते हुए कार्य किया जाए व तमाम
नकारात्मक विचारों को कैसे दूर रखा जाए, इस पर भी उन्होंने विद्यार्थियों के साथ
विस्तार से चर्चा की| ग्रुप एक्टिविटीज-मैनेजमेंट गेम्स के माध्यम से उन्होंने कॉर्पोरेट
के विभिन्न पहलुओं से छात्रों को रूबरू करवाया|
इसके
पश्चात संकाय द्वारा विद्यार्थियों के लिए ग्रुप डिस्कशन व इंटरव्यू का आयोजन किया
गया जिसके माध्यम से उन्हें यह समझाने का प्रयास किया गया कि कंपनियों की नियुक्ति
प्रक्रिया किस प्रकार की हो सकती है तथा इस प्रक्रिया के दौरान किन बातों पर विशेष
ध्यान दिए जाने की जरुरत है| कार्यक्रम के समापन पर विद्यार्थियों से रूबरू होते
हुए एमबीए विभागाध्यक्ष प्रो. विकास त्रिपाठी ने कहा कि समय और
कॉर्पोरेट जगत की माँग के अनुसार गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान कर
विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु वे प्रतिबद्ध हैं|
इस
पाँच दिवसीय कार्यक्रम का संचालन अनीसिया शर्मा एवँ प्रबंधन के प्राध्यापकों
द्वारा विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति एवँ प्रबंधन संकाय के निदेशक प्रो.आनंद मोहन
अग्रवाल तथा प्रो.विकास त्रिपाठी के कुशल निर्देशन एवँ नेतृत्व में सफलतापूर्वक
पूरा किया गया| इस अवसर पर प्रो. गुलाब सिंह, अवनीश शर्मा, डॉ.अंकित सक्सेना,
सीमान्त यादव, डॉ.विवेक अग्रवाल, डॉ.उत्कल खंडेलवाल, डॉ.जितेन्द्र दीक्षित, कुशाग्र
कुलश्रेष्ठ, अरुण कौशल, इला मल्होत्रा आनंद, हिमानी ओबेरॉय सिंह, गुंजन कुलश्रेष्ठ, शेफाली गर्ग,
सुष्मिता गोस्वामी, संजीव चौहान, शिवम् भारद्वाज, योगेश चौहान आदि समेत सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे|